रुड़की: दिल्ली-हरिद्वार बाईपास हाईवे पर नगला इमरती के पास एक कांवड़िए की बाइक आग का गोला बन गई. बाइक में आग लगने से हाईवे पर हड़कंप मच गया. दूसरी तरफ हाईवे पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि घटनास्थल तक दमकल कर्मियों की गाड़ी नहीं पहुंच पाई. जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने कड़ी मशक्कत और तत्परता दिखाते हुए आग पर काबू पाया. जिससे एक बड़ा बड़ा हादसा होने से टल गयाय गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई.
11 जुलाई शुक्रवार से कांवड़ यात्रा शुरू हुई और आज 22 जुलाई को कांवड़ यात्रा का अंतिम दिन है. इस समय हरिद्वार दिल्ली हाईवे पर डाक कांवड़ चल रहे हैं और एक दूसरे के पीछे कांवड़ियों के वाहन फर्राटे भरते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं टू व्हीलर (बाइक) पर आने वाले शिव भक्त अधिकतर अपनी बाइकों के साइलेंसर उतार देते हैं और ऐसे में बाइक में आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है. हालांकि हरिद्वार पुलिस ऐसा करने वालों पर लगातार कार्यवाई भी कर रही है.
इसी बीच मंगलौर बाईपास हाईवे पर अचानक एक कांवड़िए की चलती बाइक में आग लग गई. आग लगते ही कांवड़िए ने किसी तरह बाइक को छोड़कर अपनी जान बचाई. लेकिन बाइक को आग से नहीं बचा पाया. देखते ही देखते बाइक कुछ ही मिनटों में आग का गोला बन गई. वहीं बाइक में आग लगने से हाईवे पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया और कांवड़ियों के वाहन रूक गए, जिससे हाईवे पर लंबा जाम लग गया.
पुलिस ने पाया आग पर काबू: इसी बीच आग लगने की जानकारी दमकल विभाग को दी गई. लेकिन हाईवे पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि दमकल विभाग की गाड़ी घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई. हालांकि मौके पर मौजूद स्थानीय पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए आग पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पा लिया गया और राहत की सांस ली गई. हालांकि इस घटना में बाइक पूरी तरह से जलकर राख हो गई. वहीं स्थानीय पुलिस अगर समय पर नहीं पहुंचती तो एक बड़ी घटना भी घट सकती थी. वहीं पुलिस की तत्परता से एक बड़ा बड़ा हादसा होने से टल गया, गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई.
साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा कांवड़िए पहुंचे: गौर है कि हरिद्वार में कांवड़ियों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. जिला प्रशासन के मुताबिक 21 जुलाई की रात तक साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा कांवड़ियों का आंकड़ा पहुंच चुका है. आज अंतिम दिन है. बुधवार शिवरात्रि पर सभी कांवड़िए अपने-अपने शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे
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