टाइटैनिक-2 ऑस्ट्रेलिया के अरबपति और पूर्व सांसद क्लाइव पालमर 1912 में डूबे टाइटैनिक जहाज की तर्ज पर एक क्रूज शिप बनाने की तैयारी में हैं। इस जहाज को टाइटैनिक-2 नाम दिया गया है। इसके लिए टेंडर दिए जाने का काम शुरू हो गया है।
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के अंत तक शिप बिल्डर को कॉन्ट्रैक्ट दे दिया जाएगा। जहाज के निर्माण का काम अगले साल शुरू होगा। यह जहाज 833 फीट लंबा और 105 फीट चौड़ा होगा। जहजा में 9 डेक होंगे। इसके 835 केबिन में करीब 2345 पैसेंजर्स आ सकेंगे। इनमें से तकरीबन आधे पैसेंजर फर्स्ट क्लास में ट्रैवल करेंगे।
जहाज बनाने के लिए 2012 में शुरू की कंपनी
CNN के मुताबिक, बुधवार को जहाज बनाने की घोषणा के बाद क्लाइव की टीम ने 8 मिनट का एक वीडियो भी शेयर किया। इसमें जहाज का ले-आउट और उसके कमरों की बनावट दिखाई गई है। क्लाइव ने इसके लिए 2012 में एक ब्लू स्टार लाइन नाम की कंपनी की भी शुरुआत की थी।
दरअसल, टाइटैनिक-2 जहाज बनाने वाली कंपनी का नाम व्हाइट स्टार लाइन था। उसी की तर्ज पर क्लाइव ने अपनी कंपनी का नाम तय किया। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा- क्रूज पर आए पैसेंजर्स को 1900 सदी की थीम पर तैयार होने के लिए कहा जाएगा। हालांकि, यह अनिवार्य नहीं होगा।
कोविड-19 के चलते रुका प्रोजेक्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्लाइव ने पहली बार साल 2012 में टाइटैनिक जैसा दूसरा जहाज बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद 2018 में इसे दोबारा लॉन्च किया गया। हालांकि, ठीक एक साल बाद कोविड-19 महामारी की वजह से क्रूज में लोगों की दिलचस्पी कम हो गई। अब 6 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई अरबपति ने फिर से जहाज बनाने का प्लान जारी किया है।
जहाज बनाने की घोषणा करते हुए क्लाइव ने कहा- मैं एक ऐसा टाइटैनिक बनाना चाहता हूं जिसके साथ कोई त्रासदी न हो। मुमकिन है कि टाइटैनिक-2 जहाज दुनिया में शांति लेकर आए। यह सभी देशों के बीच में शांति के जहाज के तौर पर काम करेगी। दुनिया में लाखों ऐसे लोग हैं जो टाइटैनिक जैसे जहाज पर सवार होकर इसका अनुभव लेना चाहते हैं।
14 अप्रैल 1912 को डूबा था टाइटैनिक जहाज
10 अप्रैल 1912 को अपने समय का सबसे बड़ा जहाज टाइटैनिक अपने पहले और आखिरी सफर पर निकला था। इसके निर्माण का काम 1909 में शुरू हुआ था और यह 1912 में पूरा हुआ था। अपना सफर शुरू करने के चौथे ही दिन यानी 14-15 अप्रैल की रात टाइटैनिक अटलांटिक महासागर में बर्फ के एक पहाड़ से टकरा गया था।
इसके बाद यह दो टुकड़ों में बंटकर महासागर में डूब गया था।टाइटैनिक के डूबने से 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। हालांकि, जहाज पर सवार 700 लोगों को बचा लिया गया था। 1997 में इस जहाज के डूबने पर निर्देशन जेम्स कैमरॉन ने टाइटैनिक नाम से एक फिल्म बनाई थी, जिसने इस जहाज को पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया। टाइटैनिक फिल्म को रिकॉर्ड 11 ऑस्कर अवॉर्ड मिले थे।
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