Samachar उत्तराखंड | अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों में सबसे ज्यादा हरियाणा और गुजरात के लोग, लेकिन अमृतसर में ही क्यों हुई लैंडिंग?
Samachar Uttarakhand:
अमेरिका से डिपोर्ट होकर लौटे 104 भारतीयों में सबसे ज्यादा संख्या हरियाणा और गुजरात के लोगों की है। इसके बाद पंजाब के नागरिक शामिल हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि अमेरिकी आर्मी का विशेष विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर ही क्यों लैंड किया गया? आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
कौन-कौन से राज्यों के लोग हुए डिपोर्ट?
Samachar Uttarakhand: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीय नागरिक छह राज्यों से हैं। इनमें—
✅ हरियाणा – 34 लोग
✅ गुजरात – 33 लोग
✅ पंजाब – 30 लोग
✅ महाराष्ट्र – 3 लोग
✅ उत्तर प्रदेश – 2 लोग
✅ चंडीगढ़ – 2 लोग
पंजाब के जिलों से डिपोर्ट हुए लोग:
📌 कपूरथला – 6
📌 अमृतसर – 5
📌 पटियाला – 4
📌 जालंधर – 4
📌 नवांशहर – 2
📌 होशियारपुर – 2
📌 लुधियाना – 2
📌 मोहाली – 1
📌 फतेहगढ़ साहिब – 1
📌 तरनतारन – 1
📌 गुरदासपुर – 1
📌 संगरूर – 1
अमृतसर में लैंडिंग की तीन मुख्य वजहें
1️⃣ अधिकतर यात्री पंजाब और हरियाणा के थे – Samachar Uttarakhand के अनुसार, अमेरिका से डिपोर्ट हुए भारतीयों में सबसे ज्यादा लोग पंजाब और हरियाणा से थे, इसलिए अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंडिंग की गई।
2️⃣ दिल्ली में विधानसभा चुनाव के कारण – Samachar Uttarakhand के मुताबिक, दिल्ली में उसी दिन विधानसभा चुनाव के लिए मतदान चल रहा था, जिससे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राजनीतिक मुद्दा बनने की आशंका थी।
3️⃣ दिल्ली एयरपोर्ट पर भारी ट्रैफिक – दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक ज्यादा रहता है, जिससे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंडिंग को प्राथमिकता दी गई।
डिपोर्ट किए गए लोगों की होगी जांच
Samachar Uttarakhand के अनुसार, अमेरिका सरकार ने अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत इन भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किया है। अमृतसर पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों को डिटेन कर लिया और उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद उन्हें उनके घर भेज दिया जाएगा।
भारत-अमेरिका अधिकारियों की बैठक
Samachar Uttarakhand: अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए भारतीय नागरिकों को लेकर अमेरिका और भारत के गृह मंत्रालय के अधिकारियों के बीच बैठक हो रही है। इस बैठक में अवैध तरीके से विदेश जाने वाले लोगों को रोकने के उपायों पर चर्चा होगी। सभी डिपोर्ट किए गए नागरिकों को दस्तावेजों की पुष्टि के बाद उनके घर रवाना कर दिया जाएगा।
Samachar Uttarakhand: यह मामला अवैध प्रवासियों के लिए एक बड़ा सबक है। बिना वैध दस्तावेजों के किसी भी देश में जाना कानूनी रूप से सही नहीं है।
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