in

उत्तराखंड में यहां महसूस किए गए भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर धरती डोली है। यहां पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। वहीं हिमाचल में भी भूकंप आने की सूचना है। बताया जा रहा है कि पिथौरागढ़ में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.9 दर्ज की गई है। भूकंप के झटके के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अभी किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है।

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश के चंबा में 5.3 तीव्रता का भूकंप आया

पिथौरागढ़ में जैसे ही लोगों को महसूस हुआ कि धरती हिल रही है, लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 3.9 थी।

वहीं हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.3 आंकी गई और इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर की गहराई पर था। हालांकि, भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप रात करीब 2:26 बजे दर्ज किया गया।

बता दें हिमाचल भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन चार और पांच में आता है। कांगड़ा, चंबा, लाहौल, कुल्लू और मंडी भूकंप की दृष्टि से सबसे अति संवेदनशील क्षेत्र हैं। उत्तराखण्ड भी भूकंप की दृष्टि से जोन चार में आता है।

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः गरीब परिवार बेटे को शव को टैक्सी की छत पर बांध ले जानें को मजबूर, एंबुलेंस के लिएनहीं थे पैसे

इससे पहले 4दिसंबर को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किया गया था. कुछ सेकंड तक आए भूकंप से लोगों में दहशत फैल गई थी और लोग अपने घरों से बाहर निकल गए. कोठागुडेम जिले में सुबह 7:27 बजे तीन सेकंड तक भूकंप महसूस किया गया था.

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें. चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल या सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो.

भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं. मज़बूत टेबल या किसी फर्नीचर के नीचे पनाह लें. टेबल न होने पर हाथ से चेहरे और सिर को ढक लें. घर के किसी कोने में चले जाएं और कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें. बिस्तर पर हैं तो लेटे रहें, तकिये से सिर ढक लें.

What do you think?

Written by Neeraj Gusain

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

GIPHY App Key not set. Please check settings

उत्तराखंडः गरीब परिवार बेटे को शव को टैक्सी की छत पर बांध ले जानें को मजबूर, एंबुलेंस के लिएनहीं थे पैसे

सीमा पंगरियाल को मिलेगा विरांगना सावित्री बाई फुले नेशनल अवार्ड, प्रदेश का नाम लिया रोशन