22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की हत्या ने देश को झकझोर दिया। लेकिन भारत चुप नहीं बैठा। जवाब मिला — सीधा, सटीक और निर्णायक।
6 मई की रात से 7 मई की सुबह तक भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जोरदार प्रहार किया। बहावलपुर और मुरीद जैसे इलाकों में बने आतंक के अड्डे — जो दशकों से दुनिया भर में हमलों की जड़ थे — उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया गया।
भारत ने साफ किया — अब न कोई चेतावनी, न कोई सहनशीलता। जो सिंदूर मिटाएगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा।
100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादी मारे गए, और पाकिस्तान के ‘गर्व’ कहे जाने वाले एयरबेस तक तहस-नहस कर दिए गए। भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही उड़ा दिया।
पाकिस्तान बौखला गया। उल्टे भारत पर हमला करने की कोशिश की — स्कूल, मंदिर, गुरुद्वारे तक नहीं छोड़े। लेकिन भारत की तैयारी ने उसे घुटनों पर ला दिया।
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10 मई को पाकिस्तान ने खुद संपर्क किया और सैन्य कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई। भारत ने साफ किया — कार्रवाई स्थगित है, खत्म नहीं।
ऑपरेशन सिंदूर ने तय किया है नया न्यू नॉर्मल —
- आतंक का जवाब अब उसी की जमीन पर मिलेगा
- न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब नहीं चलेगा
- आतंक और आतंकियों को पनाह देने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा
भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि ‘मेड इन इंडिया’ हथियार अब सिर्फ रक्षा नहीं, प्रहार के लिए भी तैयार हैं।
आज बुद्ध पूर्णिमा है — और भारत ने दिखा दिया है कि शांति की राह शक्ति से होकर ही जाती है।
प्रधानमंत्री ने साफ किया है — टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते, और अब टेरर और ट्रेड भी नहीं चल सकते।
ये नया भारत है — जो शांति चाहता है, लेकिन जरूरत पड़े तो चुप नहीं रहेगा।
जय हिंद, जय भारत।
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