उत्तरकाशी – छह दिन से नई दिल्ली निवासी जय शर्मा उनका परिवार बेटी की एक झलक देखने को लिए तरस रहे हैं | 11 वर्ष की यमुनोत्री के पिता जय शर्मा ने सर्च ऑपरेशन पर सवाल उठाए, उनका कहना है कि घटनास्थल पर 180 मीटर गहरी खाई है, लेकिन सर्च ऑपरेशन केवल 20 फीट तक ही चलाया गया है, रस्सी पर चढ़कर ही नदी और झाड़ियों को देखा जा रहा है, लेकिन नदी के अंदर कोई सर्चिंग नहीं हो पाई |
23 जून को यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के समीप हुए भूस्खलन के मलबे में पांच लोग दब गए थे, इस घटना ने एक हंसते खेलते परिवार से उनकी सबसे बड़ी और होनहार बेटी को इतनी दूर कर दिया, अब उसे देखने की आस में वह लोग 6 दिन से हनुमानचट्टी में रुककर आस लगाए हुए हैं |
दरअसल कृष्णा विहार नई दिल्ली निवासी जय शर्मा ने बताया कि वह 22 जून को अपनी पत्नी, 11 वर्षीय बेटी भाविका और पांच वर्षीय बेटे और एक वर्षीय बेटी के साथ जानकीचट्टी पहुंच गए थे, बीते 23 जून को उन्होंने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए और वापस लौट रहे थे, उनकी बेटी उनसे करीब 20 कदम आगे थी और वह रेलिंग के सहारे रुक गई थी. तभी अचानक पहाड़ी से मलबा और बोल्डर आने से मार्ग और रेलिंग टूटने के कारण भाविका अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी |
जय शर्मा का कहना है कि छह दिन बाद भी उनकी बेटी का एक कपड़ा तक नहीं मिल पाया, उन्होंने बताया कि घटना के अगले ही दिन 24 जून को भाविका का जन्म था |
परिवार ने भाविका का भाविका चारधाम यात्रा के बीच में ही धूमधाम से मनाने की योजना बनाई थी, वहीं जय ने अपनी बेटी की बड़कोट थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई है |
आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसाईं ने बताया कि एक लापता किशोरी और एक युवक को ढूंढने के लिए एसडीआरएफ और पुलिस लगातार खोज बचाव अभियान चला रही हैं, घटना में लैंडस्लाइड के मलबे में 5 यात्री दब गए थे, जिसमें 2 की मौत, 2 लापता और एक घायल शामिल है |
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