देहरादून। उत्तराखंड की धरती पर दुनिया में आयुर्वेद का परचम लहराने की रणनीति बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। देहरादून के परेड ग्राउंड में वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो 2024 में तीन दिन इंटरनेशनल असेंबली का शुभारंभ हो गया है।सम्मेलन में भाग लेने के लिए 50 देशों के डेलीगेट्स देहरादून पहुंचे हैं। शुभारभ कार्यक्रम के दौरान आयुष के विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी। साथ ही कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो का उत्तराखंड में पहली बार शुभारंभ हो गया है। चार दिवसीय 10वें विश्व आयुर्वेद सम्मेलन का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्यमंत्री प्रताप राव जाधव ने शुभारम्भ किया है। बताया जा रहा है कि सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और इटली समेत तमाम देशों से डेलीगेट्स शामिल हुए हैं। शुभारभ कार्यक्रम के दौरान आयुष के विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी।
बता दें कि दुनिया के विभिन्न देशों में केंद्रीय आयुष मंत्रालय के स्तर पर स्थापित आयुष चेयर के प्रतिनिधि इस असेंबली में उपस्थित रह कर विचार विमर्श करेंगे। आज शुभारंभ के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान को आधुनिक तकनीकी से जोड़ा जाए, ताकि जनता को इसका फायदा मिल सके। इसका मकसद ये ही है कि दुनिया के तमाम देशों में आयुर्वेद के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए रणनीति तैयार की जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मेलन आयुर्वेद के क्षेत्र में परस्पर ज्ञान साझा करने व विभिन्न शोध कार्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सहयोग और व्यापार के नए अवसरों को बढ़ावा देगा। उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा आयुष परामर्श प्रदान किया जा रहा है। अब प्रत्येक जनपद में 50 बेड और 10 बेड वाले आयुष चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा सरकार प्रत्येक जनपद के एक गांव को मॉडल आयुष गांव के रूप में स्थापित कर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उत्पादन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष निर्माण, वेलनेस, शिक्षा, शोध और औषधीय पौधों के उत्पादन को गति प्रदान करने के लिए ‘उत्तराखण्ड आयुष नीति’ लागू कर चुकी है। प्रदेश सरकार आगामी वर्षों में आयुष टेली-कंसल्टेशन प्रारम्भ करने के साथ-साथ 50 नए योग और वेलनेस केंद्र स्थापित करने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह दुनिया में आयुष के प्रचार के लिए ब्रांड एंबेसडर बन कर कार्य किया है, उससे आयुष के लिए बेहतर माहौल बन रहा है। उत्तराखंड भी इस अभियान में कदमताल कर रहा है। अब वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस जैसे विश्व स्तरीय कार्यक्रम की मेजबानी का उत्तराखंड को महत्वपूर्ण अवसर मिला है।
GIPHY App Key not set. Please check settings