IPS अधिकारी केवल खुराना का निधन का रविवार को दुखद निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। केवल खुराना 2005 बैच के उत्तराखंड कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी थे और अपनी तेज-तर्रार कार्यशैली के लिए जाने जाते थे। वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के निवासी थे और वर्तमान में उत्तराखंड पुलिस में आईजी (इंस्पेक्टर जनरल) के पद पर कार्यरत थे।
लंबे समय से थे अस्वस्थ
सूत्रों के अनुसार, केवल खुराना काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे और दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उपचार के दौरान ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार के हर की पैड़ी पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
बदायूं और उत्तराखंड में शोक की लहर
उनके निधन की खबर जैसे ही उनके पैतृक स्थान बदायूं पहुंची, वहां शोक की लहर दौड़ गई। परिवार के साथ-साथ जिले भर में गमगीन माहौल छा गया। उत्तराखंड पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी गहरा शोक व्यक्त किया।
कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासनप्रिय अधिकारी
केवल खुराना को उनकी कर्तव्यपरायणता, अनुशासन और बेहतरीन प्रशासनिक क्षमता के लिए जाना जाता था। उन्होंने अपने कार्यकाल में कानून व्यवस्था को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके असामयिक निधन को प्रदेश ने एक प्रतिभाशाली अधिकारी की क्षति के रूप में देखा है।
एक समर्पित अधिकारी का सफर
केवल खुराना ने अपने करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व शैली और कुशल प्रशासनिक क्षमताओं ने पुलिस बल को नए आयाम दिए। उत्तराखंड में कानून व्यवस्था को बनाए रखने और पुलिस तंत्र को आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित करने के लिए उन्होंने कई प्रभावशाली कदम उठाए।
सादगी और सेवा के प्रतीक
केवल खुराना न केवल एक कड़े अनुशासनप्रिय अधिकारी थे, बल्कि उनकी कार्यशैली में संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण भी समाहित था। वे समाज सेवा और जनहित से जुड़े मामलों में विशेष रुचि रखते थे। पुलिस बल के जवानों और आम जनता के बीच उनकी छवि एक भरोसेमंद और न्यायप्रिय अधिकारी के रूप में स्थापित थी।
शोक की लहर
उनके निधन की खबर से पुलिस महकमे और प्रशासनिक हलकों में गहरा दुख व्यक्त किया जा रहा है। उत्तराखंड पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी सेवाएं और योगदान सदैव स्मरणीय रहेंगे।
एक प्रेरणा स्रोत
केवल खुराना का जीवन और कार्यशैली आने वाली पीढ़ियों के पुलिस अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उनके योगदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा। उत्तराखंड पुलिस के इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस दुखद घड़ी में संबल दें।
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