लखनऊ
सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को एसटीएफ ने गाजियाबाद से बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। तीनों अहमदाबाद से यूपी के जिलों को पेपर भेजने वाली ट्रांसपोर्ट कंपनी के वर्तमान व पूर्व कर्मचारी हैं। इन्होंने इस कांड के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के साथ मिलकर वेयरहाउस से पेपर की फोटो खींची थी। बाद में उसे लाखों रूपों में बेचा गया। राजीव की तलाश जारी है।
जीपी प्रशांत कुमार और एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया गिरफ्तार किया गया प्रयागराज का अभिषेक कुमार शुक्ला अहमदाबाद की टीसीआई एक्सप्रेस कंपनी का पूर्व जबकि मिर्जापुर का शिवम गिरी और भदोही का रोहित कुमार पांडे कंपनी के वर्तमान कर्मचारी हैं। तीनों ने वेयरहाउस में रखे पेपर के बॉक्स का कब्जा खोलकर आईफोन से फोटो ली थी।
राजीव ने बॉक्स खोलना में माहिर पटना निवासी डॉक्टर शुभम मंडल को बुलाया था जिसे एसटीएफ हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वही राजीव ने अपने साथी रवि अत्री के साथ पेपर विक्रम में पहला, मोनू डाकला, विक्रम दहिया, महेंद्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकर, नीतू, धीरज उर्फ गोल्डी आदि को दिए थे।
राजीव पहले भी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर चुका है। आरो भर्ती परीक्षा पेपर लीक में भी उसका नाम सामने आया है। पूछताछ में सामने आया कि अभिषेक शुक्ला 2021 में TCI में ट्रेनिंग एग्जीक्यूटिव था। प्रयागराज के अंकित मिश्रा ने उसकी पहचान गौतम बुद्ध नगर के रवि अत्री से कराई थी। वही शिवम गिरी ने बताया कि कंपनी के अहमदाबाद स्थित खेड़ा वेयरहाउस में उसकी मुलाकात अभिषेक शुक्ला व रोहित पांडे से हुई थी।
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